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Showing posts from 2025

Human Eye (मानव नेत्र)-Class 10

 मानव नेत्र (Human Eye) "मानव नेत्र एक जटिल प्रकाश-संवेदनशील अंग है, जो प्रकाश को ग्रहण करके उसे तंत्रिका संकेतों में परिवर्तित करता है और मस्तिष्क तक पहुँचाता है, जिससे हम अपने आसपास की वस्तुओं को देख और पहचान सकते हैं।" आँख एक कैमरे की तरह कार्य करती है, जिसमें प्रकाश प्रवेश करके छवि बनती है और मस्तिष्क उसे संसाधित करता है। मानव नेत्र की संरचना (Structure of the Human Eye) मानव नेत्र एक गोलाकार संरचना होती है, जिसका व्यास लगभग 2.5 सेंटीमीटर होता है। यह कई महत्वपूर्ण भागों से मिलकर बनी होती है- बाहरी भाग (External Parts) 1. स्क्लेरा (Sclera) स्क्लेरा को आमतौर पर "सफेद नेत्र" (White of the Eye) कहा जाता है। यह आँख की सबसे बाहरी और कठोर झिल्ली होती है, जो पूरे नेत्रगोलक को ढँकती है और सुरक्षा प्रदान करती है। यह मुख्य रूप से संयोजी ऊतक (Connective Tissue) से बनी होती है और इसमें रक्त वाहिकाएँ मौजूद होती हैं। कार्य:- स्क्लेरा आँख की सुरक्षा, स्थिरता और गति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। 2. कॉर्निया (Cornea) कॉर्निया आँख का सबसे बाहरी और पारदर्शी भाग होता है, जो आँख क...

Electric Charge (विद्युत आवेश) - Class 12

 विद्युत आवेश विद्युत आवेश का इतिहास:- लगभग 600 ईसा पूर्व ग्रीस देश के मिलेटस के वैज्ञानिक थेल्स (Thales) ने ज्ञात किया कि ऐम्बर (Amber) नामक पदार्थ (ऐम्बर पीले रंग का एक रेजिनी पदार्थ (Resinous Substance) है जो बाल्टिक सागर के किनारे पाया जाता है ) को ऊन से रगड़ने पर उसमें कागज के छोटे-छोटे टुकड़े, तिनकों आदि को आकर्षित करने का गुण आ जाता है। ऐम्बर को यूनानी भाषा में इलेक्ट्रॉन (electron) कहते हैं। अतः उपर्युक्त घटना के कारण को इलेक्ट्रिसिटी नाम दिया गया। इसी इलेक्ट्रिसिटी का हिन्दी रूपान्तरण विद्युत है। सन् 1600 में दूसरे वैज्ञानिक गिल्बर्ट ने देखा कि ऐसे अन्य कई पदार्थ जैसे काँच, एबोनाइट, राल्फर आदि है जो ऐम्बर की तरह ही न्यूनाधिक मात्रा में हल्की वस्तुओं को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। पदार्थों में अन्य हल्के पदार्थों को अपनी ओर आकर्षित करने का यह गुण रगड़े जाने अर्थात् घर्षण के कारण आता है। पदार्थों में इस गुण के आ जाने पर पदार्थ विद्युन्मय (electrified) या आवेशित (charged) कहलाता है तथा वह कारक जिससे यह गुण पदार्थों में आ जाता है, विद्युत कहलाता है। विद्युत विद्युत आवेश पदार्थ क...